श्री छोटे दादाजी महाराज द्वारा स्थापित कुआँ
आश्रम परिसर में श्री छोटे दादाजी महाराज द्वारा स्थापित कुआँ भी स्थित है, जिसका नामकरण "हरिहर सागर" किया गया है.
इस कुएं का समय समय पर जीर्णोद्धार किया गया जिसके बाद यह वर्तमान स्वरुप में आया.
हरिहर सागर के जल से ही श्री बड़े दादाजी महाराज एवं श्री छोटे दादाजी महाराज की समाधियों का नित्य अभिषेक किया जाता है.
प्रति दिन एवं विशेष अवसरों पर समर्पित किया जाने वाला नैवेद्य भी इसी के जल से तैयार किया जाता है.
हरीहर सागर के समीप ही श्री छोटे दादाजी महाराज के स्नान का स्थल भी स्थित है.
जहाँ पर एक चबूतरा निर्मित किया गया है.